हमें उस रास्ते को जरा भी याद करने की आवश्यकता नहीं होती है, जिस रास्ते से रोज गुजरते हैं। एक दोहा भी इस बात पुष्टि करता है- “करत करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान” यानी बार -बार अभ्यास करने से मंद बुद्धि व्यक्ति भी सीख कर बुद्धिमान हो जाता है। आज UPSC सिविल सेवा परीक्षा के लिहाज से अभ्यास के महत्त्व को समझाने के लिए आमंत्रित हैं संस्कृति IAS Coaching के CEO श्री शिवेश मिश्रा सर।
जानकारी के लिए आप को बता दूँ शिवेश सर दृष्टि IAS कोचिंग में CEO के पद पर लम्बे समय तक कार्यरत रहे हैं। वर्तमान में सर संस्कृति IAS के CEO हैं, जो UPSC सिविल सेवा में सर्वाधिक रिजल्ट देने वाली संस्था बन गई है। सिविल सेवा की तैयारी के क्षेत्र में सर के लम्बे अनुभव से लाभान्वित होने के लिए इस वार्ता का आयोजन किया गया है।
शिवेश सर से पहला प्रश्न था कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
सर कहते है यदि सफल होने का प्रण कर लिया है तो पूरी शिद्दत से अध्ययन में जुट जाएँ। अध्ययन, अभ्यास और मूल्यांकन को अपनी तैयारी का आधार बनाएं। अध्ययन के लिए सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थान का ही चयन करें, जिसके मार्गदर्शन में क्लास नोट्स, NCERT एवं प्रामाणिक पुस्तकों से अपनी तैयारी को सम्पूर्णता दें। अध्ययन के क्रम में अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके साथ अध्ययन का मूल्यांकन करते रहें।
सर बताइए कि सिविल सेवा परीक्षा में अभ्यास की क्या भूमिका है और यह तैयारी में किस प्रकार सहायक है?
सर कहते हैं Practice makes a man perfect यानी अभ्यास व्यक्ति को उत्तम बना देता है। सिविल सेवा परीक्षा के लिहाज से अभ्यास बहुत महत्वपूर्ण है चूँकि पाठ्यक्रम विस्तृत है, जिसे पढ़कर लम्बे समय तक याद रख पाना संभव नहीं है। निरंतर अभ्यास पढ़े हुए को जीवन में उतार देता है, जिसे लम्बे समय तक याद रखा जा सकता है।
सर से अंतिम प्रश्न था कि अध्ययन का अभ्यास कैसे करें?
अध्ययन में अभ्यास का अर्थ है पढ़े हुए को बार-बार दोहराना यह कई तरह से किया जा सकता है; जैसे-
- कक्षा के बाद क्लास नोट्स को दोहराना
- पुस्तक पढ़ने क्रम में अंडरलाइन करना, जिसे बाद में तेजी में दोहरा लेना
- शार्ट नोट्स बनाकर उसे बार-बार पढ़ना
- सहपाठियों के साथ पढ़े हुए विषयों पर चर्चा करना
- टेस्ट लगाने के बाद पूछे प्रश्नों को अध्ययन सामग्री में देखना
- सर्वश्रेष्ठ कोचिंग द्वारा संचालित क्लास टेस्ट एवं टेस्ट-सीरीज हल करना; आदि।
इस लेख में सर ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ अध्ययन, अभ्यास और मूल्यांकन के लिए संस्कृति IAS का वातावरण बेहद अनुकूल है। अभ्यास और मूल्यांकन के लिए क्लास टेस्ट, टेस्ट सीरीज का आयोजन किया जाता है, जो आपकी तैयारी को सम्पूर्णता देंगे। वर्ष 2024 की UPSC प्रीलिम्स परीक्षा के दृष्टिगत टेस्ट सीरीज की शुरुआत की गई है, जो ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम में संचालित हो रही है। इसकी शुरुआत 15 अक्टूबर से हो गई है, जिसका पहला टेस्ट 22 अक्टूबर को होगा। अधिक जानकारी के लिए आप संस्कृति IAS कोचिंग की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं।